पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में वोटिंग के साथ-साथ हिंसा भी जारी, गोलीबारी में 6 की मौत

नई दिल्ली

पश्चिम बंगाल में आज पंचायत चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं। कुल 63,229 ग्राम पंचायत सीटों के साथ 9,730 पंचायत समिति सीटों और 928 ज़िला परिषद सीटों पर चुनाव हो रहा है। सुबह से पोलिंग बूथ पर लोगों की भीड़ है। हालांकि अलग-अलग जगहों से तोड़-फोड़ और हिंसा की खबरें आ रही हैं। अज्ञात उपद्रवियों ने कथित तौर पर 6/130 बूथ, बरविटा प्राइमरी स्कूल में तोड़फोड़ की। कुछ जगहों से बूथ लूटे जाने की खबरें भी आ रही हैं। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बंगाल चुनाव के दौरान छह लोगों की हत्या हो चुकी है। लाइव अपडेट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।

बूथ एजेंट की हत्या के बाद प्रदर्शन
उत्तर 24 परगना जिले के कदंबगाची ग्राम पंचायत के पिरगाचा में निर्दलीय प्रत्याशी के बूथ एजेंट की कथित तौर पर हत्या के बाद गांव के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर प्रदर्शन किया।

थम नहीं रहा हिंसा का दौर
पश्चिम बंगाल उपचुनाव में हिंसा का दौर थम नहीं रहा। झाड़ग्राम के नादाबोहरा में एक कैंडिडेट ने दूसरे उम्मीदवार द्वारा धमकी देने का आरोप लगाया है। वहीं, साउथ 24 परगना जिले में आईएसएफ और टीएमसी के बीच विवाद की घटना सामने आई है। नॉर्थ 24 में कांग्रेस उम्मीदवार ने एआईटीसी कार्यकर्ताओं पर हमला किया है।

ममता की मंत्री ने उठाया सवाल
पश्चिम बंगाल चुनाव में हिंसा पर प्रदेश सरकार में मंत्री शशि पांजा ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों में आज सुबह से शुरू हुई चौंकाने वाली और दुखद घटनाएं सामने आई हैं। भाजपा, माकपा और कांग्रेस ने सांठगांठ की थी और केंद्रीय बलों की मांग कर रहे थे। तैनाती कहां है? केंद्रीय बल नागरिकों की रक्षा करने में विफल क्यों रहे हैं? टीएमसी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है, दो को गोली मार दी गई है। जो लोग तैनाती की मांग कर रहे थे, कह रहे थे कि ये केंद्रीय बल शांति के संरक्षक हैं, आखिर यह लोग नागरिकों के अधिकारों की रक्षा क्यों नहीं कर पा रहे।

टीएमसी ने किया यह ट्वीट
पश्चिम बंगाल में जारी चुनाव के बीच टीएमसी ने ट्वीट किया है। इसमें लिखा गया है कि रेजीनगर, तूफानगंज और खरग्राम में हमारे तीन कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। डोमकोल में दो को गोली मारी गई है। भाजपा, सीपीआईएम और कांग्रेस केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कर रही है। किन लोगों को केंद्रीय सुरक्षा बलों की ज्यादा जरूरत है?

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button