सफाई मित्रों के माध्यम से राष्ट्रपति दे गईं बड़ा संदेश
मध्यप्रदेश की यह अनूठी पहल है। इसमें चार चांद लग गये जब राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने इसमें सहभागिता की। उन्होंने जिस प्रकार के शब्दों से संबोधन दिया उससे प्रेरणा दी है। अब केवल सफाई मित्रों की अकेले की जिम्मेदारी नहीं रही उन सभी लोगों की जिम्मेदारी और जवाबदेही हो गई जो कचरा बाहर डालकर खुद को ताकतवर समझते हैं।
सुरेश शर्मा, भोपाल।
मध्यप्रदेश की यह अनूठी पहल है। इसमें चार चांद लग गये जब राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू ने इसमें सहभागिता की। उन्होंने जिस प्रकार के शब्दों से संबोधन दिया उससे प्रेरणा दी है। अब केवल सफाई मित्रों की अकेले की जिम्मेदारी नहीं रही उन सभी लोगों की जिम्मेदारी और जवाबदेही हो गई जो कचरा बाहर डालकर खुद को ताकतवर समझते हैं। राष्ट्रपति ने महाकाल मंदिर में झाडू लगाकर न केवल संदेश दिया अपितु प्राचीन परम्परा को भी याद दिला कर जीवित कर दिया। याद करना होगा कि मंदिर में बुहारी निकालने की परम्परा रहती थी और हर कोई किसी भी पद पर काम करने वाला व्यक्ति बुहारी निकालता ही था। राष्ट्रपति ने यही संदेश देने का काम किया है। उज्जैन बाबा महाकाल की नगरी है। यहां कोई भी व्यक्ति भाग्य से ही आता है। यही बात राष्ट्रपति ने भी कही। उन्होंने साथ में एक बात और जोड़कर अनोखा संदेश दिया। राष्ट्रपति बोली उज्जैन आना भाग्य और सफाई मित्रों का सम्मान करना सौभाग्य है।
मध्यप्रदेश ने स्वच्छता मामले में पहले दिन से ही देश का संदेश दिया था। इंदौर पहली गणना में ही नम्बर वन आया था। आजतक उससे कोई भी वह स्थान नहीं छीन पाया। सूरत ने बराबरी करने का प्रयास किया है फिर भी इंदौर का नाम पहले ही आया है। इसका मूल कारण यह है कि इंदौर में सफाई का जज्बा है। वहां पर सभी लोग इसकी चिंता करते हैं। बोलते हैं और टोकते हैं। राष्ट्रपति ने इसी बात को रेखांकित किया है।
मध्यप्रदेश के लिए राष्ट्रपति का दौर इस मायने में भी महत्वपूर्ण रहा है कि उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश के गौरव काे चार चांद लगा दिये। आयोजन में शामिल होने की औपचारिकता ही नहीं उन्होंने तो उसमें सहभागिता की। यही राष्ट्रपति का संदेश रहता है। वे खुद शिक्षक रही हैं इसलिए उनका शिक्षा के प्रति घुलमिल जाना स्वभाविक है। यह भी संयोग ही है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव पहले प्रदेश के शक्षामंत्री ही रहे हैं।
स्वच्छता की सराहना पर मध्यप्रदेश हुआ गदगद
मध्यप्रदेश स्वच्छता के मामले में देश का मार्गदर्शन कर रहा है। लगातार इंदौर के स्वच्छता में नम्बर वन आने से अन्य शहरों को भी प्ररेण मिलती है। सूरत ने भी बराबरी करने का प्रयास किया है। कुछ अन्य बड़े छोटे शहरों में जागरूकता बढ़ी है। लेकिन जब कोई खास व्यक्ति आपका उल्लेख करता है तब स्वभािवक खुशी होती है। भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने मध्यप्रदेश की स्वच्छता मामले में अगुवाई करने पर सराहना से प्रदेश गदगद है। अधिकारियों के साथ उन लोगों का उत्साह भी हाई है जो इस काम को अंजाम देते हैं। अब प्रदेश के अन्य क्षेत्र भी इससे सीखेंगे।