भारत की छोटी दुकानों को टेक्नोलॉजी से बदल रहा पेटीएम, तय किए कई माइलस्टोन

नई दिल्ली
 भारत की अग्रणी भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने जुलाई 2023 के लिए अपने बिजनेस ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस मेट्रिक्स की घोषणा की है।
मोबाइल भुगतान, क्यूआर कोड और साउंडबॉक्स की अग्रणी फिनटेक दिग्गज कंपनी पेटीएम अपने नेतृत्व को 82 लाख उपकरणों के साथ स्टोर भुगतान, सालाना आधार पर 101 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मजबूत बनाए हुए है। एक महीने में पेटीएम ने इन-स्टोर भुगतान में एक नया मील का पत्थर पार करते हुए 3.8 लाख डिवाइस जोड़े हैं।

अपने इनोवेशन के साथ पेटीएम देश भर के छोटे व्यापारियों के लिए टेक्नोलॉजी ला रहा है। हाल ही में कंपनी ने भुगतान मुद्रीकरण को और मजबूत करते हुए दो नए डिवाइस – पेटीएम म्यूजिक साउंडबॉक्स और पेटीएम पॉकेट साउंडबॉक्स – लॉन्च किए हैं।

टेक इनोवेटर ने मासिक लेनदेन उपयोगकर्ताओं (एमटीयू) में 19 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ 9.3 करोड़ की वृद्धि देखी है। यह पेटीएम ऐप पर बढ़ते उपभोक्ता जुड़ाव को दर्शाता है। पेटीएम के कुल व्यापारियों की मात्रा में भी वृद्धि देखी गई है। जुलाई 2023 में जीएमवी सालाना आधार पर 39 प्रतिशत बढ़कर 1.47 लाख करोड़ रुपये (17.9 बिलियन डॉलर) हो गया है।

लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार पेटीएम ने कहा है कि पिछली कुछ तिमाहियों में उसका ध्यान पेमेंट्स वॉल्यूम्स पर बना हुआ है जो कंपनी के लिए नेट पेमेंट मार्जिन या डायरेक्ट अपसेल पोटेंशियल के माध्यम से प्रॉफिट उत्पन्न करता है।

अग्रणी बैंकों और एनबीएफसी के साथ साझेदारी में इसके प्लेटफॉर्म से वितरित कुल ऋण के साथ पेटीएम का ऋण वितरण भी बढ़ गया है, जो सालाना आधार पर 148 प्रतिशत बढ़कर 5,194 करोड़ रुपये (632 मिलियन डॉलर) हो गया है। वितरित ऋणों की संख्या सालाना आधार पर 46 प्रतिशत बढ़कर 43 लाख हो गई।
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि हम अपने माध्यम से वितरित ऋणों के लिए बेहतर क्रेडिट गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भागीदारों के साथ काम करना जारी रखते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद हमारे ऋण देने वाले भागीदारों के पोर्टफोलियो प्रदर्शन में सुधार हो, हमारी ऋण संवितरण वृद्धि जान-बूझकर अगली या दो तिमाही में समायोजित की जाएगी।

वित्तीय वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के परिणामों के अनुसार पेटीएम ने परिचालन से राजस्व में 39 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की, जो 2,342 करोड़ रुपये थी। यह व्यापारी सदस्यता राजस्व में वृद्धि, जीएमवी में महत्वपूर्ण उछाल और ऋण वितरण में उच्च वृद्धि से हासिल हुआ। कंपनी की ऑपरेशनल प्रॉफिटेबिलिटी का सिलसिला ईबीआईटीडीए के साथ लगातार तीन तिमाहियों तक जारी है।

इससे पहले ईएसओपी की लागत पिछले वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही में 52 करोड़ रुपये (यूपीआई प्रोत्साहनों को छोड़कर) की तुलना में बढ़कर 84 करोड़ रुपये हो गई है।

 

 

आईफोन की बिक्री के दम पर हमने भारत में जून तिमाही में बनाया रिकॉर्ड : टिम कुक

क्यूपर्टिनो
 एप्पल के सीईओ टिम कुक ने कहा है कि आईफोन की जबरदस्त बिक्री के कारण भारत में जून तिमाही में एप्पल ने रिकॉर्ड बनाया है।
बीती देर रात कंपनी के वित्तीय वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के नतीजों के दौरान, कुक ने कहा कि इस वसंत में भारत में हमारे नए स्टोर का प्रदर्शन हमारी उम्मीदों से अधिक रहा। एप्पल ने इस साल अप्रैल में मुंबई और दिल्ली में अपने रिटेल स्टोर खोले, जिन्हें काफी समर्थन मिला।
भारत की क्षमता पर एक प्रश्न पर, कुक ने कहा, आप जानते हैं कि हमने भारत में जून तिमाही में राजस्व रिकॉर्ड बनाया और हमने दोहरे अंक में वृद्धि की। हमने तिमाही के दौरान अपने पहले दो खुदरा स्टोर भी खोले और निश्चित रूप से यह शुरुआती दौर में है, लेकिन वे हमारी उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कंपनी चैनल बनाने और देश में अपने डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर ऑफर में अधिक निवेश करने पर काम करना जारी रखे हुए है।

कुक ने कहा, अगर आप इसे देखें, तो यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है और हमें वहां वास्तव में अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए और हम वहां अपनी वृद्धि से बहुत खुश हैं।
उन्होंने कहा, इस स्मार्टफोन बाजार में अभी भी हमारी हिस्सेदारी बहुत ही मामूली  है, इसलिए मुझे लगता है कि यह हमारे लिए एक बहुत बड़ा अवसर है और हम ऐसा करने के लिए अपनी सारी ऊर्जा लगा रहे हैं।
आईडीसी के अनुसार, 929 डॉलर के उच्चतम औसत बिक्री मूल्य (एएसपी) के साथ प्पल ने अप्रैल-जून की अवधि में भारत में 61 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

भारत अब वैश्विक स्तर पर एप्पल के शीर्ष 5 बाजारों में से एक है।

कंपनी ने स्थानीय विनिर्माण रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। मई में,आईफोन निर्यात रिकॉर्ड 10 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया, इससे उस महीने में देश से कुल मोबाइल शिपमेंट 12 हजार करोड़ रुपये हो गया।
प्रौद्योगिकी दिग्गज एप्पल द्वारा संचालित चालू वित्त वर्ष में भारत मोबाइल फोन निर्यात में 1 लाख 20 हजार  करोड़ रुपये को पार करने के लिए तैयार है।
इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में एप्पल की बाजार हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी।
एप्पल के सीएफओ लुका मेस्त्री ने कहा कि कंपनी ने भारत में आईफोन के लिए सर्वकालिक राजस्व रिकॉर्ड बनाया है।
एप्पल ने 81.8 बिलियन डॉलर का तिमाही राजस्व दर्ज किया।  
कुक ने कहा, हमें यह रिपोर्ट करते हुए खुशी हो रही है कि जून तिमाही के दौरान सेवाओं में हमारे पास 1 अरब से अधिक भुगतान वाले सब्सक्रिप्शन के कारण सर्वकालिक राजस्व रिकॉर्ड है, और हमने उभरते बाजारों में आईफोन की बिक्री की लगातार तेजी देखी।

 

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