ऑपरेशन कावेरी : सूडान से सकुशल वापस पहुंचे जयंत, घर में फूलों से हुआ स्वागत

परिवार में छाई खुशी, परिजनों ने सरकार का माना आभार

शिखर वाणी, भोपाल। सूडान में फंसे बैरागढ़ के कारोबारी जयंत केवलानी गुरुवार सुबह सुरक्षित घर लौट आए। जैसे ही वह एयरपोर्ट से बाहर निकले, परिवार खुशी से झूम उठा। पिता नरेंद्र केवलानी ने गले लगाकर बेटे को चूम लिया। घर में जयंत का फूलों से स्वागत हुआ। युवा कारोबारी जयंत सूडान में बिजनेस मीटिंग में गए थे। तभी 15 अप्रैल से शुरू हुई लड़ाई में फंस गए थे। पिता समेत परिजनों ने सरकार का आभार माना। जयंत सूडान में 11 दिन फंसे रहे थे।

हुजूर के विधायक रामेश्वर शर्मा जयंत के घर पहुंचे और जयंत को मिठाई खिलाकर अभिवादन किया। इसके साथ ही मिलने वालों का आना जाना बना हुआ है। जयंत रात में ही सऊदी अरब के जेद्दाह से दिल्ली पहुंच गए थे। दिल्ली से लाइट से वे गुरुवार सुबह भोपाल पहुंचे। उनके स्वागत के लिए परिजनों ने पहले से तैयारी कर रखी थी। जैसे ही जयंत ने एयरपोर्ट के बाहर कदम रखा, परिजनों ने उन्हें गले से लगा लिया। इसके बाद वे घर पहुंचे। यहां तिलक और फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। बता दें कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान में फंसे भारतीयों को बाहर निकाला है। सभी को सूडान पोर्ट से सऊदी अरब के जेद्दाह पहुंचाया गया। वहीं, एयरक्रा ट से भी जेद्दाह लाया गया। फिर एयरलि ट करके भारत लाया गया। जयंत दिल्ली होते हुए भोपाल पहुंचे।

घर में खुशी का माहौल

जयंत ने बताया कि मैं मीटिंग के सिलसिले में 4 मार्च को गया था। 20 अप्रैल को वापसी होना थी। खार्तून के बीचोंबीच के एरिये में मैं रहता था। सामने ही मिलेट्री कै प था। जहां पर लड़ाई हो रही थी। लड़ाई के चलते घर में ही कैद होकर रह गए थे। खाने-पीने के सामान की कमी भी हो गई है। घर वापस आने की काफी खुशी है।

20 अप्रैल को आने से पहले शुरू हुई जंग

बता दें कि सूडान में मिलिट्री और पैरामिलिट्री की लड़ाई के बीच सूडान की राजधानी खार्तूम में कई भारतीय फंस गए थे। इनमें भोपाल के 23 साल का युवा कारोबारी जयंत केवलानी भी शामिल थे। जयंत चने और तूअर दाल का इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का बिजनेस करते हैं। वह 20 अप्रैल को वापस लौटने वाले थे। तभी 15 अप्रैल को लड़ाई शुरू हो गई और जयंत फंस गए थे। खार्तूम में वे जहां रह रहे थे, ठीक उसके सामने मिलिट्री कै प भी था। जहां बमबारी के चलते वे दहशत में रहे। इधर, भोपाल में परिजन भी काफी चिंतित थे। वे केंद्र और राज्य सरकार से जयंत को सूडान से सुरक्षित बाहर निकालने की मांग कर रहे थे।

जयंत का मिठाई खिलाकर किया स्वागत

कांग्रेस नेता नरेश ज्ञानचंदानी ने जयंत का भोपाल लौटने पर स्वागत किया। जयंत का मिठाई खिलाकर उनका एवं परिवारजनों अभिनंदन किया। जयंत की सुरक्षित वापसी के लिए परिवार ने भारत सरकार पूर्व मु यमंत्री कमलनाथ एवं दिग्विजय सिंह सहित सभी का आभार व्यक्त किया है।

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