नरेन्द्र मोदी का नाम और शिवराज सिंह का काम मिशन 2023 का चुनाव प्रचार एजेंडा तय
भाजपा ने यह तय किया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे और शिवराज सिंह चौहान के काम को सामने रखकर 2023 का चुनाव लड़ा जायेगा। सरकार के पास बताने के लिए बहुत कुछ है। इसलिए चुनाव प्रचार का तरीका आक्रामक होगा।
सुरेश शर्मा, भोपाल। मध्यप्रदेश भाजपा की एक विस्तारित कार्यसमिति की बैठक भोपाल में शुरू हुई। राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुग विशेष रूप से बैठक में शामिल हुए। भाजपा ने यह तय किया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे और शिवराज सिंह चौहान के काम को सामने रखकर 2023 का चुनाव लड़ा जायेगा। सरकार के पास बताने के लिए बहुत कुछ है। इसलिए चुनाव प्रचार का तरीका आक्रामक होगा। संगठन की सक्रियता और कार्यकर्ताओं को लगातार मतदाताओं से संपर्क करने के लिए तैयार किया जा रहा है। इस बात की चर्चा भी हो सकती है कि कुछ नाराज पुराने नेताओं का नकारात्मक रूख नये कार्यकर्ताओं की सक्रियता से समाप्त किया जा सकता है। कर्नाटक चुनाव का प्रभाव मध्यप्रदेश में सकारात्मक होगा यहां कोई प्रभाव न होकर भाजपा में जनता का विश्वास बना रहेगा। भाजपा का पूरा संगठन इस बात पर एक मत है कि नरेन्द्र मोदी का चेहरा सामने रखा जाना चाहिए क्योंकि भाजपा ही ऐसा दल है जिसके पास वैश्विक चेहरा है। प्रदेश नेताओं को उनके साथ लगाया जायेगा जिससे उनके काम और नाम की भी चर्चा होती रहे।
भाजपा की विस्तारित बैठक में कई प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए। दिल्ली के संदेश वाहक के रूप में महामंत्री चुग आये हैं। उनका मकसद प्राानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 9 साल का कार्यकाल चर्चा में आये जिससे विधानसभा में भी भाजपा की नैया पार हो सके। इतनी ल बी सरकार होने के बाद सरकार विरोधी स्थिति तो बनती ही है। भाजपा का बड़ा नेतृत्व विधायको या नीचे के नेताओं पर इसका बोझ डाल देता है और खुद बरी हो जाता है। अब यह तय किया गया है कि प्रधानमंत्री के 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों की जानकारी घर-घर जाकर दी जाये। प्रत्येक कार्यकर्ता को 25 घरों की जि मेदारी दी गई है। इस प्रकार मध्यप्रदेश के प्रत्येक घर में भाजपा प्रवेश करने जा रही है। भाजपा का मानना है कि इसके बाद सरकार विरोधी हवा समाप्त होने जैसी स्थिति निर्मित हो जायेगी।
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मीडिया से बात करते बात करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश में आम चुनाव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चेहरे को सामने करके लड़ा जायेगा। हमारे पास वैश्विक नेता हैं हम एक महीने महा अभियान चलाने वाले हैं जिससे प्रदेश में वातावरण भाजपा के पक्ष में हो जायेगा। उन्होंने कहा कि कर्नाटक का प्रभाव मध्यप्रदेश पर पडऩे वाला नहीं है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पूर्व मु यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है। अपने भाषण में उन्होंने कई बार दिग्विजय का नाम लिया। वे बोले कांग्रेस भाजपा के भीतर नाराजगी तलाशने का प्रयास कर रही है। छोटी मोटी बात नजर भी आ सकती है लेकिन सच यह है कि हम एक हैं। ऐसा करके कांग्रेस अपनी गलाकाट गुटबाजी पर चर्चा रोकना चाह रही है। भाजपा अध्यक्ष ने अपने कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि प्रदेश के विकास मिशन को लगातार जारी रखना है इसलिए वे सक्रियता इसी प्रकार बनाये रखें।
दिग्विजय सिंह को चुनाव में चर्चा में लाने का भाजपा प्रयास करेगी। इसलिए 2003 बनाम 2023 का नारा दिया जा रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने इस बात को स्वीकार किया है कि कांग्रेस भाजपा में नाराजगी देखने का प्रयास कर रही है। लेकिन उसे तो कुछ मिलने वाला है ही नहीं उल्टे उसके यहां नाराजगी खुलकर सामने आ रही है। कांग्रेस की हार का बड़ा कारण यही रहता है कि कांग्रेसी ही कांग्रेसी को हरा देता है। अब यह बात भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भाजपा के परिपेक्ष्य में कह कर कांग्रेस को नसराजगी देखने का मौका दे दिया। लेकिन भाजपा के प्रदेश नेतृत्व दावा कर रहा है कि ऐसा भाजपा में कुछ नहीं मिल सकता है क्योंकि संगठन संचालन का तरीका ही ऐसा है।
भाजपा के पास देश की सरकार का काम बताने के लिए बहुत कुछ है। साथ में प्रदेश की शिवराज सरकार के काम बताने के लिए अच्छी खासी मात्रा है। अब तो कमलनाथ के कार्यकाल के साथ तुलना करने का आधार भी है। इसलिए भाजपा ने तय किया है कि आक्रामक प्रचार के जरिये चुनाव लड़ा जायेगा। बैठक के बाद उत्साह का संचार देखने को मिल रहा था।