मालती विश्वास दिला रही हैं कि वह महापौर हैं!

वार्डवार सफाई देखने उतरीं, गंदगी मिलने पर फटकारा भी, अब एक विधानसभा से निकलकर जा रही अन्य वार्डों में

भोपाल। महापौर मालती राय इन दिनों स्वच्छता को लेकर सड़क पर नजर आ रही हैं। वह लोगों को जहां गंदगी न करने की समझाइश दे रही हैं वहीं गंदगी मिलने और काम में लापरवाही मिलने पर स्वच्छता से संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को फटकार भी लगा रही हैं। महापौर की शपथ के बाद मालती राय का ज्यादा समय एक विशेष विधानसभा पर ही फोकस रहा है। इसको लेकर विपक्ष कई बार उनके विधानसभा क्षेत्रों में उपेक्षा और भेदभाव का आरोप भी लग चुका है।

स्वच्छता अभियान के बहाने ही सही मालती इन दिनों शहर के विभिन्न हिस्से में जाकर लोगों से सफाई व्यवस्था का जायजा ले रही हैं। कल जोन क्रमांक 05 के वार्ड क्रमांक 08, 09, 14, 19, 22 एवं 23, जोन क्रमांक 09 के वार्ड क्रमांक 36 तथा जोन क्रमांक 11 के वार्ड क्रमांक 39 के विभिन्न क्षेत्रों में डोर-टू-डोर कचरा एकत्रीकरण एवं साफ-सफाई व्यवस्था का जायजा लिया।

फीता काटने की छवि से बाहर निकलने का प्रयास

बता दें कि शहर सरकार को करीब आधा साल का समय बीत चुका है। इस बीच महापौर शहर के विकास कार्यों को लेकर बड़ा प्रयास कर रही हैं ऐसा नहीं दिखा। वह नए प्रतिष्ठानों की फीता काटने, सामाजिक व धार्मिक आयोजनों में अतिथि के रूप में ही नजर आती रही हैं। जिन मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा था और जनता से वादा किया था उसको लेकर कोई बड़ी उपलब्धि सामने नहीं आई। महापौर ने हाल ही में आदमपुर खंती पहुंची थीं, इसके बाद स्वच्छता को लेकर शहर में घूम रही हैं। इससे उनकी छवि में सुधार होने की उम्मीद है।

ऐसे समझें महापौर कितनी गंभीर

  • शपथ ग्रहण के बाद मालती ने कहा था कि नगर निगम से भ्रष्टाचार पूरी तरह से खत्म कर देंगी। लेकिन अब तक ऐसा बड़ा मामला नहीं आया कि उन्होंने किसी बड़े अधिकारी पर कार्रवाई के लिए कहा हो।
  • पिछले दिनों विधायक रामेश्वर शर्मा ने बनाए जा रहे प्रधानमंत्री आवासों में घटिया निर्माण पर इंजीनियर को फटकार लगाई थी। लेकिन महापौर की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। सड़कों की खुदाई और रेस्टोरेशन को लेकर प्रभावी आदेश नहीं दिए गए।
  • कुछ महीने पहले एक एएचओ द्वारा अपने कर्मचारियों को गाली गलौच करने हुए वीडियो वायरल हुआ लेकिन उनकी तरफ से कोई आपत्ति नहीं आई और न ही कार्रवाई के लिए कहा।
  • निजी कॉलोनियों में व्यक्तिगत नल कनेक्शन को लेकर एमआईसी में प्रस्ताव लाया गया लेकिन इसके क्रियान्वयन में देरी हो रही है।
    कई महीनों से नगर निगम कर्मचारियों का वेतन समय पर नहीं होता। महीने के आखिर में हो पा रहा है। लेकिन इसको लेकर ठोस कदम नहीं उठाया गया। इससे कर्मचारियों में नाराजगी है।
  • कुछ महीने पर बिजली बिल का बकाया जमा नहीं होने पर आधे से अधिक शहर की स्ट्रीट लाइटें बंद थीं, लेकिन इस मामले में महापौर स्तर पर समस्या का समाधान नहीं हो पाया। आखिर में प्रभारी मंत्री के हस्तक्षेप के बाद लाइट चालू हो पाईं।

स्वच्छता में यह कर रही हैं

महापौर बीते इन दिनों नगर नगर निगम के कॉल सेंटर में आने वाली शिकायतों की समीक्षा कर रही हैं। लोगों से फीडबैक भी ले रही हैं। पिछले दिनों सीवेज समस्या की शिकायत का निराकरण नहीं होने पर सीवेज प्रभारी को डांट भी लगा चुकी हैं। लेकिन अधिकारी कर्मचारियों में कार्रवाई का डर नहीं दिख रहा है। इसके अलावा प्रत्येक घर/दुकान/संस्थान से कचरा एकत्र करने, कचरे का बेहतर ढंग से पृथक्कीकरण करने और पृथक्कीकृत कचरा भी गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन पर पहुंचाने के निर्देश दे रही हैं। विभिन्न कचरा वाहनों में कचरा परिवहन की व्यवस्था और नागरिकों से भी संवाद कर रही हैं।

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