पं. धीरेंद्र शास्त्री से कथा कराने पर घिरे कमलनाथ, I.N.D.I.A के नेताओं उठाए सवाल, CM शिवराज बोले- ये चुनावी भक्ति

छिंदवाड़ा

छिंदवाड़ा में पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से कथा कराने पर कमलनाथ को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी भक्त बताया है। CM ने कहा, 'चुनाव आ रहे हैं। ये चुनावी भक्ति है। ऐसा करने के लिए वे मजबूर हैं।'

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को भोपाल में कहा, 'कांग्रेस कनफ्यूज और कई चीजों के लिए मजबूर है। जो लोग भगवान राम का नाम लेने से इनकार करते थे, काल्पनिक मानते थे, वे अब कथाएं और हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं।'

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी भोपाल में मीडिया से चर्चा में कहा, 'कांग्रेस हाईकमान को स्पष्टीकरण देना चाहिए।'

यह प्रतिक्रिया उन्होंने RJD के पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी के बयान पर दी। पूर्व सांसद ने कथा कराने पर कांग्रेस हाईकमान से जवाब मांगा है। सोमवार को उन्होंने कहा था, 'महागठबंधन बना हुआ है और हिंदू राष्ट्र बनाने वालों का हम सत्कार करें, स्वागत करें, महिमामंडित करें, फिर इसके बाद हम कहें कि देश संविधान से चलेगा तो यह अंतर्विरोध किसी को पच नहीं रहा है। कांग्रेस आलाकमान से इसलिए अनुरोध है कि इस मामले में सफाई दे और कमलनाथ को तलब करे।

कांग्रेस के साथ RJD भी महागठबंधन I.N.D.I.A का हिस्सा है।

छिंदवाड़ा में पांच से सात अगस्त तक शास्त्री की दिव्य कथा हुई। इसकी मेजबानी सांसद और कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ ने की। इस पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि छिंदवाड़ा में यज्ञ हो रहा है। प्रधान यजमान मुख्यमंत्री के भावी उम्मीदवार कमलनाथ के पुत्र हैं। धीरन्द्र शास्त्री हिंदू राष्ट्र के प्रबल समर्थक हैं। हम लंबे समय से धीरेंद्र शास्त्री का विरोध कर रहे हैं। उसके पास हिंदुत्व का हिडन एजेंडा है। लोकतंत्र किसी ग्रंथ पर नहीं बल्कि संविधान पर चलता है। हम राजनीतिक लाभ के लिए और कितना नीचे गिरेंगे? कांग्रेस पार्टी के आलाकमान से अनुरोध है कि इस मामले में सफाई दें और कमलनाथ से कैफियत तलब करें।

शिवानंद तिवारी के बयान से घिरे कमलनाथ ने मंगलवार को सफाई तो नहीं दी, लेकिन सवाल ही झाड़ दिया। उन्होंने कहा कि 15 साल पहले मैंने छिंदवाड़ा में हनुमान मंदिर बनाया था। तो क्या इसका भी स्पष्टीकरण दूं? इससे पहले कांग्रेस के ही नेता प्रमोद कृष्णन ने ट्वीट कर तंज कसा था। उस पर कमलनाथ ने कहा था कि मुझे फर्क नहीं पड़ता है। इस बीच, कमलनाथ का एक वीडियो वायरल हो गया है। इसमें वे शास्त्री से कह रहे हैं कि हम आपको छोड़ने वाले नहीं हैं। आपका और हमारा संबंध हनुमान जी का है। आगे भी हम कथा कराते रहेंगे।

गृहमंत्री का आरोप- पॉलिटिकल पाखंड न करें
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ के मसले पर हाईकमान को स्पष्टीकरण देना चाहिए। क्यों नहीं करना चाहिए? कमलनाथ को यह भी बताना चाहिए कि 15 महीने के कार्यकाल में क्या उन्होंने कोई धार्मिक कार्य किया है? उन्होंने न तो धर्म के लिए, मंदिर के लिए और न ही पुजारियों के लिए कुछ किया। विपक्ष में आते ही मंदिर-मंदिर करने लगते हैं। पॉलिटिकल पाखंड करते हैं।   

शिवराज बोले- राम को काल्पनिक बताने वाले हनुमान कथा बता रहे हैं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छिंदवाड़ा में राम कथा को लेकर कहा कि कांग्रेस मजबूर है, जो कभी राम का नाम लेने से परहेज करते थे। राम को काल्पनिक बताते थे। वे हनुमान कथा करा रहे हैं। चुनाव नजदीक है। कमलनाथ सोच रहे हैं कि कहां जाऊं। इसलिए वे कथाएं करा रहे हैं।

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