भारत का कोयला आयात पहली तिमाही में 1.82 प्रतिशत घटकर 6.83 करोड़ टन

नई दिल्ली
 देश का कोयला आयात चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में 1.82 प्रतिशत घटकर 6.83 करोड़ टन पर आ गया। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 6.95 करोड़ टन से अधिक रहा था।

'एमजंक्शन' की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, समीक्षाधीन अवधि में गैर-कोकिंग कोयले का आयात 4.29 करोड़ टन रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 4.74 करोड़ टन था। हालांकि, कोकिंग कोयले का आयात 1.58 करोड़ टन से अधिक रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1.46 करोड़ टन था।

जून, 2023 के महीने में कोयला आयात 25.24 प्रतिशत घटकर 2.10 करोड़ टन रहा, जो पिछले वर्ष के समान महीने में 2.81 करोड़ टन था।

'एमजंक्शन' के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय वर्मा ने कहा कि मानसून की शुरुआत में आयात की मांग में गिरावट आई। बरसात का मौसम खत्म होने और आगामी त्योहारों के मद्देजनर औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आने पर मांग में फिर से बढ़ोतरी होने की संभावना है।

भारत दुनिया के शीर्ष पांच कोयला उत्पादक देशों में है। हालांकि, इसे अपनी कोयले की कुछ जरूरत को आयात के जरिये पूरा करना पड़ता है।

कोकिंग कोयला इस्पात विनिर्माण का प्रमुख कच्चा माल है। देश इसके आयात पर काफी निर्भर है।

एमजंक्शन, टाटा स्टील और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) का बिजनेट-टू-बिजनेस (बी2बी) ई-कॉमर्स संयुक्त उद्यम है।

भारत फोर्ज का पहली तिमाही का मुनाफा 33.27 प्रतिशत बढ़कर 213.73 करोड़ रुपये पर

नई दिल्ली
वाहन कलपुर्जा कंपनी भारत फोर्ज लि. ने 30 जून 2023 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 213.7 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 33.27 प्रतिशत अधिक है।

वित्त वर्ष 2023-23 की समान तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 160.37 करोड़ रुपये रहा था।

शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी एकीकृत परिचालन आय 2,851.46 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,877.27 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।

तिमाही के दौरान कंपनी का खर्च भी बढ़कर 3,602.48 करोड़ रुपये पर हो गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 2,643.95 करोड़ रुपये था।

महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने जारी किया 'स्वराज 8200 व्हील हार्वेस्टर'

मुंबई
 महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (एमएंडएम लिमिटेड) ने  घरेलू बाजार में स्वराज ब्रांड के तहत एक नया व्हील हार्वेस्टर पेश किया।

स्वराज प्रभाग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हरीश चव्हाण ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि इसके साथ ब्रांड का मकसद लंबी अवधि में व्हील हार्वेस्टर खंड में 15-20 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करना है।

उन्होंने कहा कि नई कृषि आधारित मशीन का निर्माण मध्य प्रदेश में इंदौर के पास पीथमपुर में किया गया है। नया 'स्वराज 8200 व्हील हार्वेस्टर' पूरे भारत में डीलरशिप के माध्यम से ग्राहकों के लिए आगामी फसल कटाई के मौसम में उपलब्ध होगा। कंपनी के अनुसार, 'स्वराज 8200 व्हील हार्वेस्टर' में टीआरईएम-चार इंजन लगा है।

 

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