खुशखबरी : भारत में हर 5वें दिन एक नया अरबपति प्रदेश बड़ा भागीदार

खबरों में सबसे अधिक मंथन इस बात पर होता रहता है कि जनसंख्या बढ़ रही है जिससे आने वाले समय में भारत की समस्याएं बढ़ने वाली हैं। एक समाज को सत्ता पाने या सत्ता को अपने अनुसार चलाने की क्षमता के लिए अपनी जनसंख्या को बढ़ा रहा है? यह चिंता की बात है।

सुरेश शर्मा, भोपाल।

खबरों में सबसे अधिक मंथन इस बात पर होता रहता है कि जनसंख्या बढ़ रही है जिससे आने वाले समय में भारत की समस्याएं बढ़ने वाली हैं। एक समाज को सत्ता पाने या सत्ता को अपने अनुसार चलाने की क्षमता के लिए अपनी जनसंख्या को बढ़ा रहा है? यह चिंता की बात है। लेकिन इस बीच एक खुशखबरी भी आई है। इसमें सभी को भागीदार होना चाहिए। यह युवाओं और अन्य प्रतिभावान लोगों को प्ररेणा देती है। समाचार यह छपा है कि हारुण इंडिया रिचलिस्ट को कुछ बदलाव के साथ जारी किया गया है। इसमें खुश होने वाली बात यह है कि भारत में हर पांचवें दिन एक नया अरबपति बन रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल 29 प्रतिशत अरबपति अधिक बने हैं। भारत के औद्योिगक विकास का यह नया पैमाना सामने आया है। इस लिस्ट में मध्यप्रदेश का योगदान भी उल्लेखनीय है इसलिए हम प्रदेशवासी इससे और खुश हो सकते हैं। इस सूची को सभी मीडिया संस्थानों और वेब में देखा जा सकता है। लेकिन इसकी समीक्षा इस आधार पर की जा सकती है कि भारत तेजी से विकास कर रहा है। आर्थिक विस्तार भी हो रहा है। व्यापार करने वालों की समझ बढ़ रही है और सरकारी शिकंजा कम हो रहा है।

एक साल में 29 प्रतिशत की बढ़ोतरी यह बताती है कि देश में व्यापार और उद्योग के लिए अनुकूलता है। यह भी संदेश मिलता है कि सरकारों पर जिस प्रकार के आरोप लग रहे हैं उनमें भी कोई दम नहीं है। विरोध करने वाले नेरेटिव बनाने का प्रयास कर रहे थे कि रोजगार के अवसर नहीं हैं तब यह आराेप इससे धुल जाता है और यह जानकारी मिलती है लेकिन रोजगार पाने के पात्र और स्किल लोगों का अभाव है। यह समाचार इस बात के लिए भी प्रेरित करेगा कि यदि रोजगार देने की मानिसकता से आगे आना शुरू हो जाता है तब इस समस्या का समाधान हो जायेगा।

देश के हिसाब से देखा जाये तो अडानी ने अंबानी को पीछे करके पहला स्थान पाया है। फिल्म जगत को भी इस सूची में शामिल किया गया है। शाहरूख खान इसमें अव्वल आये हैं। मध्यप्रदेश के पहले बारह नाम समाचारों में छपे हैं जिनमें इंदौर के विनोद अग्रवाल अग्रवाल कोल वाले लगतार पहले नम्बर पर धनाड्य बने हुए हैं जबकि भोपाल के दिलीप सूर्यवंशी दूसरे स्थान पर है लेकिन वे भोपाल में पहले स्थान पर हैं। इस बारह लोगों की सूची में इंदौर के आठ और भोपाल के चार अमीर शामिल हैं। मीडिया जगत से भास्कर के सुधीर अग्रवाल 1900 करोड़ के साथ आठवें स्थान पर हैं। यह हम सबके लिए प्ररेणा की बात है और पांच में हम कब शामिल होंगे ऐसा अन्य उद्योगपति भी विचार करके प्रेरित होंगे। यह समाचार नये युवाओं को प्रेरित करने वाला है कि वे रोजगार के लिए फाइल लेकर घूमने के अलावा प्रमोटर बनकर अपना उद्योग या व्यवसाय स्थापित करें। यही काम तो प्रदेश की मोहन सरकार कर रही है। प्रदेश में निवेश के लिए उनकी पहल प्रदेश को और समृद्धि देने का काम करने वाली है।

विनोद अग्रवाल और दिलीप सूर्यवंशी में होड़ : गैप ज्यादा

इंदौर के विनोद अग्रवाल तीसरी बार इस सूची में प्रदेश के सबसे अव्वल धनवान व्यक्ति हैं। इस बार उनकी संपत्ति में पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी हुई है, लेिकन उनकी राष्ट्रीय रेंक कमजोर हुई है। उनकी संपत्ति 7100 करोड़ है और राष्ट्रीय रेंक 394वीं हैं। मतलब 393 और बड़ी संपत्ति वाले देश में हैं। मध्यप्रदेश में दूसरा स्थान के समाजसेवी और उद्योगपति दिलीप सूर्यवंशी का है। उनकी संपत्ति 3800 करोड़ और रेंक 649 है। यहां समझने वाली बात यह है कि प्रदेश में पहली और दूसरी रेंक में 3300 करोड़ का बड़ा गैप है। आमतौर पर ऐसा होता नहीं है। इसलिए प्रदेश में आगे बढ़ने के चांस बहुत हैं। छलांग लगाने की तैशर किसी न किसी को करना होगी?

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