देव-इंद्र को मिला महाराष्ट्र का सिंहासन झारखंड में हेमंत सोरेन ने रचा इितहास

विजयपुर : कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा ने भाजपा के रामनिवास रावत को 7228 वोटों से हराया बुधनी : भाजपा के रमाकांत भार्गव 8700 वोटों से कांग्रेस के राजकुमार पटेल से आगे

सुरेश शर्मा, भोपाल। दो राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आ गये। महाराष्ट्र में महायुति ने इतिहास रच दिया। भाजपा अपने दम पर मोदी की हवा के समय का भी रिकार्ड तोड़ने में कामयाब रही है। महािवकास अघाडी के दावों पर समूचे प्रदेश ने विश्वास नहीं किया। यह उसका सबसे कमजोर और लचर प्रदर्शन रहा है। भाजपा के साथ कहें या शिदें के प्रभाव की बात करें। शिवसेना ने भी उद्धव की शिवसेना से ताज छीन लिया है। ठीक ऐसा ही चाचा को कमजोर करते हुए अजीत ने पवार को सेवानिवृत्त होने का संदेश थमा दिया है। जैसा महाराष्ट्र में भाजपा ने किया, वैसा ही जवाब हेमंत सोरेन ने भी झारखंड में दे दिया है। भाजपा को इतना पीछे कर दिया कि वह किसी भी तरीके से सरकार बनाने की स्थिति में नहीं आने वाली है। जिन राज्यों में उपचुनाव हुए हैं उनमें सरकार वाले दल को जनादेश दिया गया है। यूपी की चर्चा सबसे अधिक होना स्वाभािवक है। लोकसभा चुनाव से इतर यहां सपा को घर में ही घेर कर भाजपा ने खासी जीत हािसल की है। लोकसभा के दो उपचुनाव में प्रियंका वाड्रा की जबरदस्त इन्ट्री हुई जबकि नांदेड सीट पर भाजपा जूझ रही है लेकिन आगे है। यह कांग्रेस की सीट थी। झारखंड की जीत के बाद भी महाराष्ट्र की जीत ने राजनीति में बड़ी गूंज की है। देवेन्द्र फडनवीस का कद ऊंचा हुआ है। उनका सदन में दिया वह बयान खूब वायरल हो रहा है कि मेरा कम होता पानी देख किनारे घर मत बसा लेना मैं समंदर हूं लौटकर आऊंगा। लेकिन इस प्रकार की सुनामी से लौटकर आयेंगे यह अंदाजा किसी को नहीं था।

विजयपुर की हार से भाजपा को झटका, बुधनी से राहत

भोपाल। लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने पाला बदल कर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्हें जनता ने रिजेक्ट कर दिया। वे सात हजार से अधिक वोटों से चुनाव हार गये। उन्हें कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा ने पराजित किया है। रामनिवास को जीताने के लिए सरकार और संगठन ने पूरी ताकत लगा ली थी। लेकिन युवा आदिवासी युवक ने ऐसा माहौल बनाया कि कांग्रेस को प्राणवायु दे दी। विजयपुर का राजनीतिक समीकरण पहले दिन से दिखाई दे रहा था। जब जनता को यह समझ में आ गया था कि रावत ने क्षेत्र के विकास के लिए दल नहीं बदला बलकि मंत्री पद का सुख भोगने के लिए पाला बदला है। इसलिए हार की पटकथा को सीएम और संगठन की सक्रियता भी नहीं बदल पाई।

रामनिवास रावत पहले दोर में ही पीछे दिखाई देने लगे थे लेकिन मतगणना के बीच में उन्होंने वापसी की। लेकिन अन्तिम दौर में वे वापसी नहीं कर पाये। मिली जानकारी के अनुसार आदिवासी वोटों के साथ जाटव वोटों ने भी रावत से किनारा कर लिया था। इस प्रकार रावत की हार से न केवल उन्हें झटका लगा है भाजपा को भी सदमे से कम नहीं है। इससे कांग्रेस में जोश पैदा होगा। बुधनी में मतगणना जारी है। पहले राउंड की गणना में सात हजार के करीब आगे रहने के बाद राजकुमार पटेल भाजपा के रमाकांत भार्गव को कभी टक्कर नहीं दे पाये। समाचार लिखे जाने तक रमाकांत भागर्व 8700 वोटों से आगे चल रहे थे।

ये जीत ऐतिहासिक

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, आज मैं महाराष्ट्र के तमाम मतदाताओं को धन्यवाद करता हूं क्योंकि ये जीत ऐतिहासिक है मैंने कहा था कि महायुति को भारी बहुमत मिलेगा। मैं अपनी लाडली बहनों, किसानों और सभी वर्गों को मैं धन्यवाद करता हूं…महायुति ने जो काम किया है जनता ने उस पर वोट दिया है इसलिए महायुति को इतनी बड़ी जीत हासिल हुई है।

प्रियंका की प्रचंड जीत

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वायनाड में निर्णायक बढ़त बना ली है। वायनाड उपचुनाव के लिए सुबह साढ़े आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई है। राहुल गांधी के सीट छोड़ने के बाद प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने यहां से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, प्रियंका गांधी का मुकाबला सीपीआई के सत्यन मोकेरी और बीजेपी की नव्या हरिदास है। लोकसभा 2024 में राहुल गांधी ने 4 लाख 31 हजार 770 वोटों से चुनाव जीता था प्रियंका ने वायनाड सीट से 4 लाख 08 हजार 036 वोटों से बढ़त बनाई है। अब देखना होगा कि बहन प्रियंका भाई राहुल के रिकार्ड को तोड़ पाती है या नहीं।

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