भाजपा लोकसभा चुनाव सभी 29 सीटें जीतने की रणनीति पर कर रही है काम
लोकसभा चुनाव के लिए दलों की मशक्कत शुरू, कांग्रेस अपना दायरा बढ़ाने के लिए कर रही है बैठकें
विशेष प्रतिनिधि, नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में भाजपा सभी सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव की तैयारियों में लगी हुई है। प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में 10 सीटें अजा और अजजा के लिए आरक्षित हैं। प्रदेश की ये सभी सीटें अभी भाजपा के पास हैं। अभी छिन्दवाड़ा पर कांग्रेस का कब्जा है। यह सीट जनता हवा में भी कांग्रेस के पास ही रही है। ऐसे में इसको लेकर भाजपा ने मशक्कत करना शुरू कर दी है। आसपास के सभी राज्यों में भाजपा कभी न कभी सभी सीटें जीत चुकी है लेकिन छिन्दवाड़ा पर उसका प्रभाव नहीं पड़ पाया है। इस बार यह सीट भी जीतने का लक्ष्य तय हुआ है।
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों में भाजपा काफी आगे निकल चुकी है। ऐसा नहीं है कि कांग्रेस बैठकर तमाशा देख रही है। उसके नेता भी सक्रियता दिखा रहे हैं। प्रदेश में भाजपा के प्रति वातावरण बना हुआ है। मोदी की गारंटी और राम लहर से यह और सशक्त होने जैसा लग रहा है। ऐसे में भाजपा सभी 29 सीटें जीतने का लक्ष्य लिए है। यह भाजपा के लिए कठिन भी नहीं है।
आदिवासी अंचल झाबुआ से प्रधानमंत्री करेंगे श्रीगणेश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झाबुआ में लोकसभा चुनाव के लिए मध्यप्रदेश में श्रीगणेश करने जा रहे हैं। आदिवासियों के लिए मोदी सरकार के काम उन्हें ऐसा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। प्रदेश में आदिवासियों के लिए लोकसभा की सीटें आरक्षित हैं जिन पर अभी भाजपा ही काबिज है। यह वातावरण बना रहे इसके प्रयास होंगे। मोदी सरकार ने आदिवासियों को ध्यान में रखकर कई योजनाओं को बनाया है। भोपाल के सबसे बड़े और आधुनिक स्टेशन का नाम आदिवासी नायक के नाम किया गया है। राष्ट्रपति आदिवासी हैं। अनेक आदिवासी नायकों का सम्मान वापस बहाल किया है। इससे इस समाज में मोदी के प्रति आकर्षण और बढ़ा है। इसी को आधार मानकर भाजपा झाबुआ में प्रधानमंत्री मोदी की सभा 11 जनवरी को आयोजित करने जा रही है। इससे उसे अपना लक्ष्य पूरा करने में सहयोग मिलेगा।
हर बूथ पर 10 प्रतिशत वोट बढ़ाने का लक्ष्य
भाजपा ने अपना पूरा ध्यान लोकसभा चुनाव में अपना पूरा देने पर लगा रखा है। नेतृत्व इस बात को लेकर अधिक सक्रिय है कि सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को काम देकर वह अपना लक्ष्य पा सके। यही कारण है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने विभिन्न बैठकों में हर बूथ पर 10 प्रतिशत वोट अधिक प्राप्त करने का लक्ष्य दिया है। विधानसभा चुनाव में भाजपा को 48 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं जिसे 51 प्रतिशत करना पार्टी का टारगेट है। अब हर बूथ पर 10 प्रतिशत वोट अधिक पाने का लक्ष्य महत्वाकांक्षी है। इसके लिए अधिक मतदान को भी प्रात्साहित किया जायेगा। देश में राम मंदिर निर्माण के बाद मोदी के प्रति मतदाताओं का आकर्षण बढ़ा है। इसका भाजपा पूरा लाभ उठाना चाहती है। यह अधिक मतदान कराकर ही प्राप्त किया जा सकता है। प्रदेश भाजपा का नेतृत्व अधिक सक्रिय बना हुआ है।
युवा और पुराने नेताओं पर कांग्रेस का फोकस
कांग्रेस की नीति भी साफ होती हुई दिखाई दे रही है। युवा प्रदेश अध्यक्ष बनाने के बाद कांग्रेस को उम्मीद है कि वह प्रदेश में अपनी खोई हुई ताकत को फिर से पा सके। इसके लिए उसकी अपनी रणनीति है। विधानसभा के चुनाव के बाद जिस प्रकार की स्थितियां सामने आईं हैं उसमें कांग्रेस को कुछ लोकसभा सीटों पर उम्मीद दिखाई देने लगी है। मुरैना में उसकी ताकत बढ़ी थी। लेकिन दलबदल ने उसे वापस कमजोर किया है। इस पर नेताओं की नजर है। झाुबआ का रूझान देखकर भी कांग्रेस नेता खुश हैं। कांग्रेस के नेता मान रहे हैं कि वह पिछले रिकार्ड को कुछ हद तक सुधार सकती है।