अनुराग जैन होंगे प्रदेश के नए मुख्य सचिव चर्चाओं वाले नाम हुए गायब
डा. मोहन यादव की स्वीकृति के बाद हटा परदा : आज ही जारी होंगे आदेश, भोपाल के कलेक्टर भी रहे जैन, वित्त प्रबंधन के अच्छे जानकार ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी
विशेष प्रतिनिधि,भोपाल। प्रदेश के सबसे सीनियर आयएएस अधिकारी अनुराग जैन को प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाया गया है। इस आशय के आदेश जारी हो रहे हैं। जैन पीएमओ में संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। यह भी माना जाता रहा है कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गुडबुक के अधिकारी हैं। आज दिन भर के घटनाक्रम में चले नामों के बाद उनके नाम का आदेश जारी किया जा रहा है। प्रदेश के लिए अनुराग जैन इसलिए खास हो जाते हैं कि उनका केन्द्र व राज्य में बराबर का अिधकार है। सोशल मीडिया में कुछ पत्रकारों ने राजेश राजौरा के नाम को उछाला था लेकिन अन्तिम समय में अनुराग जैन को सीएस बनाये जाने का समाचार आ गया।
वर्तमान सीएस वीरा राणा आज सेवानिवृत्त हो रही हैं। आज ही प्रदेश को नया मुख्य सिचव मिलना था। दिन भर की कसरत के नाम एक हीरा प्रदेश को मिल ही गया। लम्बे समय से तीन नाम सीएस के लिए चल रहे थे।
अनुराग जैन का नाम पहले नम्बर पर था। सबसे ज्यादा जिस नाम को उछाला गया वह तो राजेश राजौरा का था। राजौरा जनसंपर्क आयुक्त रहे हैं इसलिए पत्रकारों में उनके नाम में अधिक रूचि दिखी। तीसरे प्रत्याशी के रूप में शालीन व्यक्तित्व के धनी एसएन मिश्रा का नाम भी चल रहा था। अन्त में 1989 बैच के अधिकारी अनुराग जैन का नाम फायनल किया गया। वे भोपाल कलेक्टर सहित अनेक जिलों के मुखिया रह चुके हैं। प्रदेश के पीएस वित्त रहते हुए उन्होंने बेहतरीन आर्थिक प्रबंधन की मिशाल पेश की थी। अनुराग जैन साहब ऐसे संवेदनशील अधिकारी हैं कि वे काम का समाधान निकालने में भरोसा करते हैं लटकाने में नहीं। ऐसी बातें कहने वालों की संख्या बहुत अधिक है। जैन को ईमानदार अधिकारी के साथ कर्त्तव्यनिष्ठ भी माना जाता है।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं जैन
अनुराग जैन को सीएस बनाने की चर्चा नौ महीने पहले भी हुई थी, जब सीएम डॉ. मोहन यादव से दिल्ली स्थित एमपी भवन में उनकी मुलाकात हुई थी। माना जा रहा था कि वे जल्द ही एमपी लौट सकते हैं। अनुराग जैन 30 मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे। पूर्व मुख्य सचिव रहे इकबाल सिंह बैंस के एक्सटेंशन के समय भी जैन के मुख्य सचिव बनने की चर्चा थी, लेकिन केंद्र ने उन्हें नहीं छोड़ा। बता दें, अनुराग जैन के साथ राजेश राजौरा, मोहम्मद सुलेमान और जेएन कंसोटिया के नाम भी मुख्य सचिव के लिए चर्चा में थे।
केन्द्र में अहम मंत्रालय संभाले
10 साल पहले पीएमओ में संयुक्त सचिव रहे अनुराग जैन को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में सबसे अहम मंत्रालय रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे की कमान दी गई है। जैन मप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बार सचिव रह चुके हैं। वे भोपाल के कलेक्टर भी रहे हैं। जैन वित्त प्रबंधन के अच्छे जानकार माने जाते हैं। यही वजह है कि 2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद कमलनाथ सरकार ने उन्हें वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन मई 2020 में वे फिर से प्रतिनियुक्ति पर केंद्र चले गए।