करोड़ों का ठेका लम्बी सड़क पर एक सीवेज लाइन नहीं संभाल पाये

करोड़ों के ठेके वाली कोलार सिक्स लेन पूरा होने का नाम ही नहीं ले पा रही है। सड़क का बड़ा हिस्सा बन चुका है लेकिन तकनीकी रूप से उसे पूरा होने में बड़ा समय लगने वाला है। यह खबरों की सुर्खियों में इसलिए भी आ रही है एक सक्षम कंपनी के अधिकारी समस्याओं को मैनेज नहीं कर पा रहे हैं। कोलार पुलिया के पास केवल सड़क बनना शेष रही है।

सुरेश शर्मा, भोपाल।
करोड़ों के ठेके वाली कोलार सिक्स लेन पूरा होने का नाम ही नहीं ले पा रही है। सड़क का बड़ा हिस्सा बन चुका है लेकिन तकनीकी रूप से उसे पूरा होने में बड़ा समय लगने वाला है। यह खबरों की सुर्खियों में इसलिए भी आ रही है एक सक्षम कंपनी के अधिकारी समस्याओं को मैनेज नहीं कर पा रहे हैं। कोलार पुलिया के पास केवल सड़क बनना शेष रही है। यहां दो प्रकार की समस्या हैं। पहली यहां पर अतिक्रमण है और उसको तोड़ने की बजाए सड़क की डिजाइन को ही बदला जा रहा है। इसमें भ्रष्टचार की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है। यहां सड़क का आकार कम होने वाला है। साइड में बनने वाली लाइन देा फिर अन्दर बनाई जाने लग गई है। इसके बाद सड़क के पास पार्किंग की व्यवस्था समाप्त हो जायेगी और वाहन सड़क पर पार्क होंगे। जिससे सड़क निर्माण का मकसद पूरा नहीं हो पायेगा? दूसरी बड़ी समस्या यह है कि इसी क्षेत्र में सीवेज का नियंत्रण नहीं किया जा रहा है। इतनी बड़ी सड़क बनाने वाले इंजीनियर तीसरी बार खुदाई कर रहे हैं। नीचे पाइप मिला लिये जाते हैं। सड़क बनने के लिए बेस बना लिया जाता है उसके बाद फिर से पानी निकलने लग जाता है। इससे यह लगता है कि सड़क निर्माण में लगे इंजीनियर या तो खुद काम करने में कच्चे हैं या वे नगर निगम के अधिकारियों से काम ले नहीं पा रहे हैं। इस प्रकार सड़क निमार्ण में बाधा आ रही है।

इसका प्रभाव शाम के समय काेलार वापसी करने वालों को भुगतना पड़ रहा है। कोलार प्रवेश के समय सड़क संकरी हो जाती है और लम्बा जाम लग जाता हे। पुलिस भी उस जाम का रास्ता नहीं निकाल पाती है। यह रोजाना की समस्या बनती जा रही है। शाम के समय दोनों सड़कों को जारी रखने की स्थित बनने में अभी कितना समय लगेगा जिम्मेदार इस बारे में कुछ भी कहने की स्थिति में दिखाई नहीं दे रहे हैं। यह समस्या वहां के जनप्रतिनिधियों को पता होने के बाद भी कोईराहत निकलती दिख नहीं रही हे। पार्षद की तो इसमें कोई क्षमता दिखाई नहीं देती हे। क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा प्रभावशाली नेता है और तीन बार के विधायक वे बार-बार निरीक्षण करते हैं। अधिकारियों का एक बड़ा काफिला उनके साथ होता है लेकिन समस्या का निदान उसके बाद भी नहीं हो रहा है। अभी तो चौराहों का निर्माण एक सपना दिख रहा है।

सड़क के निर्माण की कमी के कारण स्ट्रीट लाइट अभी तक नहीं लग पाई है। इकोलार का प्रवेश अंधेरे में होता है। इसी के साथ निर्माण की गडबड़ी भी सामने आने लग गई है। सड़क पर चलने वालाें को यह अहसास होता है कि सड़क समतल नहीं है। हिचकौले खाती गाडियां इस पर तेज स्पीड से नहीं चल पाती हैं। कहा जा रहा है कि सड़क निर्माण के प्रति पीडब्लूडी के अधिकारियों का ध्यान जाता ही नहीं है। अब रहवासी मांग कर रहे हैं सड़क निर्माण का काम जल्द पूरा होना चाहिए और साथ में गुणवत्ता की जांच भी की जाना चाहिए।

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