34 दिनो से धरना दे रहे अतिथि विद्वानो के टेंट मे अज्ञात नकाबपोशो ने पैट्रोल डालकर लगाई आग
देर रात की गई आगजनी से मचा हंडकप, मचा सियासी बवाल
भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में नियमितीकरण समेत अपनी कई मांगों को 34 दिनो से धरना दे रहे अतिथि विद्वानों के टेंट मे बीती रात उस सकय हदशत फैल गई जब यहॉ किन्ही अज्ञात नकाबपोशो ने उनके टेंट में आग लगा दी। आग लगते ही चारों तरफ भाग-दौड मच गई। गनिमत रही कि हादसे में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, हालांकि पंडाल का एक हिस्सा जल गया है वही कई पंडालों में पेट्रोल की गंध महसूस की गई। जानकारी के अनुसार घटना रात करीब 2 बजे की बताई जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि करीब 4-5 नकाबपोश पेट्रोल लेकर आए और टेंट पर छिड़क कर आग लगा दी। इससे पंडाल का एक हिस्सा जल गया। हालांकि अतिथि विद्वान रात में पहरा देते हैं, इसलिए आग पर तत्काल काबू पा लिया गया। बताया जा रहा है जिस समय यह कोशिश की गई उस वक्त पंडाल में 1500 अतिथि विद्वान सो रहे थे। आग लगते ही पूरे पंडालों में अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान अतिथि विद्वानों ने आग लगाकर भाग रहे नकाबपोशो को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह भाग निकलें। घटना के बाद से ही अतिथि विद्वानों में दहशत का माहौल है। सूचना पाकर पहुची पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
वही नियमितीकरण समेत अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे अतिथि विद्वानों को जिंदा जलाने की कोशिश के मामले ने सियासी हल्को मे भी बवाल मचा दिया है। विपक्ष ने इसको लेकर कमलनाथ सरकार पर हमला करना शुरु कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है, वही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। दोनों ने ट्वीटर के माध्यम से इस पूरे घटनाक्रम पर सवाल खड़े किए है। जानकारी के अनुसार नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ट्वीट कर लिखा है, कि सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर भोपाल में पिछले 35 दिनों से इस सर्द मौसम में धरने पर बैठे अतिथि विद्वान के पंडाल में आग लगा दी गयी ताकि इनकी आवाज को दबाया जा सके। प्रदेश में जायज मांगो ओर हक के लिए लड़ना भी अब शायद अपराध है।कमलनाथ जी इस घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाएं। वही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर लिखा है, कि क्या शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर विरोध करना अपराध है? शासन-प्रशासन से मेरी मांग है कि इनकी सुरक्षा के उचित इंतज़ाम हों और दोषियों को तुरंत पकड़ा जाए।