हनीट्रैप मामला : आयकर कार्यालय पहुंची श्वेता पूछताछ शुरू हुई
केन्द्रीय एजेंसियों ने कसा शिकंजा
भोपाल। [विशेष प्रतिनिधि] हनीट्रैप मामले में केन्द्रीय एजेंसियों का हस्तक्षेप बढऩे का मतलब कई नये खुलासों की ओर जांच का बढऩा है। यह खबर आ रही है कि श्वेता विजय जैन आयकर विभाग के बुलावे पर इंदौर से भोपाल आ गई हैं। आयकर कार्यालय में सवा बजे के आसपास श्वेता पहुंच गई हैं और उनसे पूछताछ शुरू हो गई है। अभी यह जानकारी नहीं मिली है कि पूछताछ किस विषय पर केन्द्रीत है या कुछ नामों को लेकर है। लेकिन यह जरूर कहा जा रहा है कि मोटी रकम जिन नेताओं, अधिकारियों और उद्योगपतियों से ली गई है उनके नाम जरूरत सामने आ जायेगे।
आज सुबह ही यह जानकारी सामने आई थी कि हनीट्रैप मामले कि एक किरदार श्वेता विजय जैन को आयकर विभाग ने पूछताछ के लिए भोपाल बुलवाया है। पुलिस उसे लेकर भोपाल आ रही है। अभी यह खबर आई है कि वह आयकर कार्यालय आ गई है और उससे पूछताछ भी शुरू हो गई है। अभी चूंकि पूछताछ जारी है इसलिए अभी तथ्यों की जानकारी नहीं आ पाई है। आयकर विभाग के अधिकारी जितना जरूरी होगा वह मीडिया को शाम तक ही बतायेंगे। लेकिन अनुमान यह लगाया जा रहा है कि आयकर विभाग अधिक बड़ी राशि के लेनदेन को लेकर बात कर रहा है और जिनने यह रकम ली गई है उसके स्त्रोत और देने वालों के नाम जानने का प्रयास कर रहा है जिससे उन पर कार्यवाही की जा सके।
यहां उल्लेखनीय है कि हनीट्रैप मामले में करोड़ों के लेनदेन की बात सामने आ रही थी। यह समाचार पत्रों में छप रहा था कि अय्याशी करने वाले मकान दे रहे हैं और करोड़ों में रकम दे रहे हैं। इंदौर के जिस नगर निगम के इंजीनियर ने ही करोड़ से नीचे बात नहीं की है। जिस आयएएस अधिकारी की वीडियो सामने आया था उसके बारे में भी इसी प्रकार की बात सामने आई थी। इंदौर के एक समाचार पत्र ने जिन नामों का खुलाशा करने का दावा किया था वह नेस्तनाबूद हो गया उनसे भी भारी रकम मिलने के प्रमाण सामने आ सकते हैं। इसलिए इस पूछताछ पर मीडिया और संबंधित लोगों की नजर है।
सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग किसी भी लेनदेन की आशंका पर किसी को भी पूछताछ के लिए बुला सकता है। इसलिए यह अधिक गंभीर बात नहीं है। फिर भी एक केन्द्रीय एजेंसी की इस मामले में शामिल होने को लेकर भी राजनीतिक चर्चाएं शुरू हो गई हैं। यदि कुछ अधिक मिला तो ईडी की जांच शुरू हो सकती है जिसका दंश पहले ही सरकार भोग रही है। केन्द्रीय एजेंसी यदि जांच का हिस्सा बन जायेंगी तब कुछ चौकाने वाले नाम भी सामने आ सकते हैं। यह सब शाम तक ही पता चल सकेगा।
कार्यवाही की मांग उठी
यूपीएससी के पूर्व चेयरमेन दीपक गुप्ता ने हनीट्रैप मामले में बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि जिन अधिकारियों का नाम इस गंदगी में आया है और वे दोषी हैं तो उनको नौकरी से बर्खास्त कर देना चाहिए। इससे बड़ा संदेश जायेगा। वे यहां एक चर्चा में भाग लेने के लिए भोपाल आये थे। हनीट्रैप मामले से प्रदेश की अफसरशाही के चरित्र पर आशंकाओं के बादल छाये हुये हैं और किसी कार्यवाही से ही उन्हें हटाया जा सकता है।