सोशल मीडिया के निशाने पर आये बाबा
कम्प्युटर बाबा और स्वामी वैराग्यनंद की खोज, हैं कहां?
भोपाल। [विशेष प्रतिनिधि] बाबाओं की साख में बट्टा अभी लगा है ऐसी तो बात नहीं है। इससे पहले भी कई प्रचवन करते बाबा गलत कामों में धरे जा चुके हैं। लेकिन कोई भी बाबा ऐसा सामने नहीं आया था जो खुलकर यह कह दें कि हम चुनाव जितवाने की सुपारी लेते हैं। यदि चुनाव हारे तो समाधि ले लेंगे? सोशल मीडिया इन दिनों इन्हीं बातों को लेकर चर्चा कर रहा है7 वह कम्प्युटर बाबा को तलाश रहा है जो रातों रात भागे थे। एक और बाबा थे जिन्होंने मिर्ची हवन करके जीत का दावा किया था नहीं तो समाधि लेकर दुनिया से विदा होने की बात की थी। अब उनके फोन नम्बर सोशल मीडिया पर चल रहे हैं लेकिन बंद हैं।
यह तो सबको पता ही है कि स्वामी वैराग्यनंद जी ने मिर्ची हवन की बात मीडिया के सामने की थी। दावा किया था कि यदि दिग्विजय सिंह नहीं जीते तो वे इसी स्थान पर समाधि ले लेंगे। हवन खुद दिग्विजय सिंह ने शुरू कराया था। ऐसे ही थे कम्प्युटर बाबा। जिन्होंने दिग्गी की जीत के लिए हवन किया था। रातोंरात नोटिस मिलने पर भागे थे।
सोशल मीडिया पर उनकी आवाजें सुनवाई जा रही हैं। वे समाधि लेने से मुकर रहे हैं। कम्प्युटर बाबा का तो नया बयान आया है कि वे राम मंदिर निर्माण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हैं।
दुनिया कितनी गोल है। सोशल मीडिया में कहा जा रहा है कि ऐसे बाबाओं से धर्म का कितना नुकसान हो गया है। धर्म के प्रति विश्वास जगाने का काम करने की बजाये से बाबा धर्म को अंधेरे में डालने का काम कर रहे हैं। अचरज तो तब हुआ जब जगतगुरू स्वामी स्वरूपानदं सरस्वती महाराज के द्वारा की गई पूजा भी काम नहीं आई और दिग्विजय सिंह हार गये। अब सोशल मीडिया इन सभी को तलाश रहा है।