लेनोवो लेकर आ रहा है फोल्डेबल स्क्रीन वाला पर्सनल कम्प्यूटर
नई दिल्ली। मशहूर कंपनी लेनोवो ने फोल्डेबल टेक्नॉलजी को एक कदम आगे ले जाते हुए बड़े स्केल पर लैपटॉप जैसा यह डिवाइस अनाउंस किया है। फोल्डिंग स्मार्टफोन्स तो बाजार में आ चुके हैं और फ्यूचर टेक्नॉलजी पर चर्चा तेज हो चुकी है। टेक इंडस्ट्री फोल्डेबल स्क्रीन्स को लेकर नए एक्सपेरिमेंट्स लगातार कर रही है और अब लेनोवो फोल्डेबल स्क्रीन वाला पर्सनल कम्प्यूटर लेकर आया है। दुनिया का पहला मुड़ने वाला पीसी फिलहाल एक प्रोटोटाइप है और कंपनी की ओर से इसे बड़े स्केल पर आने वाले वक्त में तैयार किया जाएगा। लेनोवो का यह फोल्डेबल थिंकपैड केवल एक कूल डेमो नहीं है, बल्कि कंपनी इसे पिछले तीन साल से डिवेलप कर रही है। इस डिवाइस का डेमो विडियो और फोटोज सामने आई हैं और कंपनी फाइनल डिवाइस को 2020 में प्रीमियम थिंकपैड एक्स 1 ब्रैंडिंग के साथ लॉन्च करने की तैयारी में है। इसे डिवेलप करने को लेकर कंपनी की चाहत यूजर्स को ऐसा डिवाइस देने की है, जो लैपटॉप के सभी फीचर्स यूजर्स को दे सके, न कि टैबलेट जैसे किसी सेकेंडरी डिवाइस की तरह काम करे।
अगर सीधे इस सवाल को समझें कि मुड़ने वाला पीसी क्यों, तो जवाब है पोर्टेबिलिटी, यानी कि इसे आसानी से अपने साथ रखा जा सकेगा और यूजर्स एक से दूसरी जगह लेकर चल सकेंगे। हालांकि, फोल्डेबल फोन्स से इस डिवाइस की तुलना करें तो मामला बिल्कुल उल्टा है। फोल्डेबल फोन बनाने वाले सैमसंग या हुवावे जैसी कंपनियां रेग्युलर फोन के साइज में ही यूजर्स को बड़ी स्क्रीन दे रही हैं। इससे उलट लेनोवो के इस फोल्डेबल पीसी का मकसद फुल-साइज पीसी को छोटा करते हुए सभी फीचर्स देना है।
फोल्डेबल पीसी के डिजाइन की बात करें तो इसमें 13.3 इंच का 4:3 2के ओएलईडी डिस्प्ले दिया गया है। यह किसी किताब की तरह बीच से फोल्ड किया जा सकता है। इसका वजन कितना होगा इसे लेकर अधिकृत कोई जानकारी नहीं आई है, लेकिन कंपनी का दावा है यह 1 किलोग्राम से कम होगा। इस तरह यूजर्स किसी किताब की तरह ही इसे अपने साथ रख सकेंगे। इसे ओपन करने पर जहां एक फुल साइज लैपटॉप की स्क्रीन जितना स्पेस मिलता है, वहीं फोल्ड करते ही यह साइज में नॉर्मल लैपटॉप का आधा रह जाता है। फिलहाल यह एक प्रोटोटाइप है और इसे सॉफ्टवेयर से लेकर हार्डवेयर तक फिनिशिंग की जरूरत है। कंपनी का दावा है कि इससे वायरलेस कीबोर्ड या ट्रैकपैड भी आसानी से अटैच किया जा सकेगा और ऐसे में यह स्क्रीन की तरह काम करेगा। बाकी टच इनपुट्स रिसीव करने के चलते हाफ-फोल्ड करके इसे लैपटॉप की तरह ही यूज किया जा सकेगा और आधी स्क्रीन पर टच की-बोर्ड यूजर्स को मिल जाएगा। इसमें कोई शक नहीं कि नई टेक्नॉलजी पीसी एक्सपीरियंस को पूरी तरह बदल देगी, लेकिन डिवाइस को खरीदने के लिए अभी थोड़ा इंतजार यूजर्स को करना होगा।