पर्यावरण से प्रेम के पर्याय शिवराज
भोपाल ( विशेष प्रतिनिधि )। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर्यावरण प्रेम के प्रति हमेशा प्रेरणा स्त्रोत बने हुए हैं। नर्मदा नदी के किनारे बड़ी संख्या में वृक्षारोपण का विषय हो या वन संरक्षण की बात शिवराज की चर्चा हमेशा पर्यावरण प्रेमी के रूप में होती है। पिछले वर्ष अमरकंटक के एक आयोजन में साल भर कम से कम एक पौधा प्रतिदिन रोकने के संकल्प ने शिवराज सिंह चौहान को देश के अन्य मुख्यमंत्रियों से अलग श्रेणी में खड़ा कर दिया है। मध्य प्रदेश आने वाले पर्यटक या अन्य यहां की हरियाली और वृक्षों की तादात पर टिप्पणी किए बिना नहीं रह सकते हैं।
हालांकि इस उपलब्धि को विपक्ष ने विवाद में लाने का पूरा प्रयास किया फिर भी शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते वन वृद्धि के मामले में मध्य प्रदेश अव्वल बना हुआ है। नर्मदा नदी के किनारे बड़ी संख्या में वृक्षारोपण किए जाने से आज वहां वन वृद्धि थी एक खास मुकाम पर है। वर्ष 2017 में एक दिन में करोड़ों पौधे रोकने का विश्व रिकॉर्ड शिवराज सिंह चौहान और मध्य प्रदेश के नाम ही है। इसी साल नर्मदा जन्मोत्सव (19 फरवरी) को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा जयंती के अवसर पर अमरकंटक में एक साल तक प्रतिदिन वृक्षारोपण करने का संकल्प लिया था। 200 से ज्यादा दिन पूरे होने के बाद भी वह निरंतर जारी है। शिवराज सिंह चौहान का सुबह एक पेड़ लगाने से ही शुरू होता है। वह जहां भी होते हैं वहां इस आयोजन को संपन्न कराते हैं।
शिवराज सिंह चौहान के इस प्रतिदिन वृक्षारोपण कार्यक्रम में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि ऐसे वृक्ष लगाए जाए जो जल्दी पेड़ भी बन सकते हो और उन्हें अधिक पानी व देखरेख की आवश्यकता कम हो। वे पूरे देश में इसके लिए चर्चा का बिंदु बने हुए हैं। अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार सप्तपर्णी, नारियल, नीम, बरगद, पीपल सहित अन्य प्रकार के पौधे रोपे गए हैं। मध्य प्रदेश की सरकार आम लोगों को भी वृक्षारोपण के लिए प्रेरित कर रही है। भवन अनुज्ञा स्वीकृति तभी प्राप्त होगी जब वृक्षारोपण करने की गारंटी उपभोक्ता द्वारा दे दी जाएगी। पंचायत और स्कूल भवनों में वृक्षारोपण सहित अपने पूर्वजों की स्मृति में वृक्ष लगाने का अभियान भी शिवराज सिंह चौहान की देन ही है।
यह वृक्षारोपण अभियान आम व्यक्ति की प्रेरणा का मार्ग भी प्रशस्त कर रहा है। मध्य प्रदेश में राजनीतिक कार्यकर्ता हों या सामाजिक कार्यकर्ता सभी वृक्षारोपण की गति बनाने में लगे हैं। इसका श्रेय है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ही दिया जा सकता है।