धारा 370 पर दिग्विजय के विवादित बोल
पाकिस्तान के मामले में और वहां के पत्रकारों के साथ बात करते हुए भारतीय राजनेता संवेदनशीलता की पराकाष्ठा करते हैं कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर जब पाकिस्तान जाते हैं तब वे मोदी सरकार को हटाने के लिए पाकिस्तान से समर्थन मांगने में भी गुरेज नहीं करते। पाकिस्तान के सेना व प्रशासन के अधिकारियों के साथ कांग्रेसी नेता गण बैठक करते हैं। दिग्विजय सिंह आमतौर पर अपने बयानों के कारण विवाद में रहते हैं। अब उनका नया विवाद धारा 370 को लेकर है। पाकिस्तान के क्लब हाउस चैट में चर्चा का एक ऑडियो खासा विवाद कर रहा है। जिसमें दिग्विजय सिंह यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि जम्मू कश्मीर में जब धारा 370 हटाई गई तब लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन नहीं किया गया न हीं इंसानियत का ध्यान रखा गया और ना ही कश्मीरियत का अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो हम इस फैसले पर फिर विचार करेंगे?
पाकिस्तान की सरकार हो या वहां के पत्रकार उन्हें मोदी सरकार के भारत में बने रहने से दहशत और खतरा है। मोदी सरकार के रहते न तो आतंकवाद की उनकी मुहिम को सफलता मिल पा रही है और न हीं अब वे इस्लामियत के नाम पर भारत की संप्रभुता में हस्तक्षेप कर पा रहे हैं। लेकिन यहां मुस्लिम वोट पॉलिटिक्स के कारण गैर भाजपाई राजनीतिक दल और उनके नेता पाकिस्तान को खुश करके हिंदुस्तानी मुस्लिम वोटों की पॉलिटिक्स कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह का हर प्रयास इसी रास्ते पर कांग्रेस को ले जाने का रहता है। धारा 370 पर दिया गया उनका बयान देश में बड़ी आलोचना का कारण बन गया। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसका विरोध करते हुए कहा कांग्रेस पाकिस्तान के साथ खड़ी दिखाई देती है। मीडिया में छाए रहने वाले मंत्री गिरिराज सिंह ने भी अपने अंदाज में दिग्विजय सिंह पर टिप्पणी की। अन्य नेताओं ने भी दिग्विजय सिंह के बयान को देश के लिए आपत्तिजनक बताया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिग्विजय सिंह के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि कश्मीर भारत के मुकुट मणि है। यह भारत का अभिन्न अंग है। यह कांग्रेस ही थी जिसने कश्मीर में धारा 370 लगाने का पाप किया था। भाजपा सरकार ने उसे हटाया है। अब देश में दो निशान दो विधान नहीं है। कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोल रही है और दिग्विजय सिंह धारा 370 हटाने पर पुनर्विचार किया जाएगा ऐसा कह रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया यह क्या धारा 370 थोप कर कांग्रेस अलगाववाद को फिर हवा देना चाहती है? आतंकवाद को प्रश्रय देना चाहती है? कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ। यही कांग्रेसी मानसिकता है। उन्होंने सोनिया गांधी से पूछा है कि वह दिग्विजय सिंह के बयान पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें। जो पाकिस्तान कहता है वही कांग्रेस कहती है। राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा है कांग्रेस की नीति और नियत का सत्य यही है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं हुआ। भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह की गतिविधियों की एनआईए से जांच कराने संबंधित पत्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा है।
अपने ऑडियो पर विवाद होता देख दिग्विजय सिंह सफाई की मुद्रा में आ गए। उन्हें यह लगा कि कांग्रेस पर बड़ी चोट उन्होंने कर दी। अपनी सफाई में बोला अनपढ़ लोगों की जमात शैल और कंसीडर में अंतर नहीं समझती। इसके बाद भी यह विवाद जारी है और कांग्रेस बगले झांकने को मजबूर हो रही है।