दो साध्वियों का शराब कनेक्शन
भोपाल। विशेष प्रतिनिधि। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री उमा भारती पिछले दिनों से शराबबंदी को लेकर अभियान चलाने की बात कर रही हैं। उनको अब कांग्रेस समर्थन देने और यात्रा रथ उपलब्ध कराने की बात कर रही है। वहीं दूसरी तरफ भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शराब को औषधी बताने के मामले को कांग्रेस राजनीति में घसीट रही है। उमा अपनी घोषणा पर चुप्पी साधे हैं तो साध्वी प्रज्ञा के बयान का एक हिस्सा पकडक़र कांग्रेस राजनीति कर रही है।
भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक आयोजन में कहा था कि थोड़ी सी शराब लेना औषधी है जबकि इसका अधिक सेवन जहर के समान है। कांग्रेस ने इसमें औषधी वाली बात को पकड़ कर बतंगड़ बना दिया। साध्वी से चुनाव हारे दिग्विजय सिंह से जब इस पर प्रतिक्रिया पूछा गई तो वे कह गये कि ‘तो लिया करें।’ कांग्रेस की यही दोहरी नीति है। साध्वी प्रज्ञा से नई शराब नीति के बारे में सवाल पूछा गया था। अपने बयानों को लेकर विवाद में रहने वाली प्रज्ञा ने जो जवाब दिया तब उसका विवाद तो होना ही था। लेकिन दिग्विजय सिंह खुद इस विवाद में कूदेंगे ऐसा पता नहीं था। उन्होंने सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह पर ही अपमानजनक टिप्पणी कर दी।
दूसरी तरफ शराब बंदी के लिए अभियान चलाने वाली उमा भारती अपने तय समय पर भोपाल नहीं आई। अब कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व उन्हें याद दिला रहा है कि वे अभियान शुरू करें। आर्थिक मदद कांग्रेस करने को तैयार है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता प्रमुख पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि वे उमा श्री के लिए रथ तैयार करवाकर देने को तैयार हैं। शराब को लेकर उस समय विवाद खड़ा किया गया है जब नई शराब नीति में दरों को कम करने का ऐलान किया गया है। इससे उपयोग अधिक होगा यह माना जा रहा है।