दिग्विजय ने बताए भाजपा के दो संभावित मुख्यमंत्री
भोपाल (विशेष प्रतिनिधि)। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से राज्यसभा के सदस्य दिग्विजय सिंह पिछले दो-तीन दिनों से मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री की परिकल्पना करने में लगे हुए हैं। पहले ट्वीट करके उन्होंने यह सवाल दागा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की जगह कौन मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री बन रहा है कोई बात सकता है? अगले दिन खुद ही ट्वीट किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पसंद प्रह्लाद पटेल को बताया और संघ की पसंद बीडी शर्मा को। हालांकि इन दोनों नामों पर भाजपा ने दिग्विजय पर करारा पलटवार किया है।
देशभर में कांग्रेस लंबे समय से बिना राष्ट्रीय अध्यक्ष के चल रही है। राहुल गांधी के हटने के बाद श्रीमती सोनिया गांधी कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में काम कर रही है। दिग्विजय सिंह को अपनी पार्टी के अध्यक्ष ने बनने पर कोई चिंता नहीं है। मध्यप्रदेश में उम्र दराज नेता कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं और सदन में विपक्ष के नेता भी। अनेकों युवा नेता किसी एक जिम्मेदारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन दिग्विजय सिंह को अपनी पार्टी की इस विषम परिस्थिति का भी कोई दुख नहीं है। वह तो लगे हैं मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में अपनी घुसपैठ को और पुख्ता करने में। यह उल्लेख करने की बात यह है कि समूची कांग्रेस वर्तमान शिवराज सरकार को कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरा कर बनने वाली सरकार की तोहमत लगाती रहती है। फिर भी दिग्विजय सिंह इसमें भी भाजपा के नए मुख्यमंत्रियों की परिकल्पना कर राजनीति कर रहे हैं।
राजनीति के जानकार लगातार दिग्विजय सिंह के इन दोनों ट्विटर को जोड़कर समीक्षा करने में लगे हैं। समीक्षकों का मानना है कि जब भी मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान कमजोर होते हैं दिग्विजय सिंह उनके बचाव के लिए कूद पड़ते हैं। याद ही होगा जब व्यापम मामले में कांग्रेस विधानसभा और विधान सभा के बाहर हंगामा कर रही थी तब दिग्विजय सिंह किसानों के मामले में गुना में अनशन करने बैठ गए। जब यह मामला न्यायालय में जाकर किसी परिणाम की ओर जा रहा था तब दिग्विजय सिंह किसी खास बात को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गए और देश के बड़े वकीलों को पैरवी के लिए खड़ा कर दिया। परिणाम निकला न जमीन पर व्यापम आंदोलन चल पाया और ना ही न्यायालय में। आज जब वह संघ और मोदी के बीच की राजनीति दिखाकर मुख्यमंत्री पद के दावेदार बता रहे हैं तब इसका राजनीतिक मतलब यही निकाला जा रहा है कि वे शिवराज को सहारा दे रहे हैं। यह दिग्विजय सिंह के राजनीति करने का पुराना और अपना तरीका है।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और प्रदेश के दिग्गज नेता, गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय के इन ट्विटस पर टिप्पणी करते हुए खासा तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि दिग्विजय सिंह को पहले अपना घर संभालने की चिंता करना चाहिए। भाजपा का काम भाजपा वालों के लिए छोड़ देना चाहिए। नरोत्तम मिश्रा ने कहा भाजपा शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ही अगला चुनाव लड़ने जा रही है और विजयी होगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने इस बात को नकारते हुए कहा कि भाजपा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही है और वही रहेंगे।