जीएसटी की चोरी का संदेह, जांच के घेरे में घरों से चल रही1 हजार से अधिक कंपनियां

भोपाल। जीएसटी लागू होने के बाद वाणिज्यिक कर विभाग यानी एसजीएसटी ने सोमवार से प्रदेशव्यापी जांच अभियान शुरू किया है। प्रदेश में एक हजार से अधिक ठिकानों पर और भोपाल में 19 ठिकानों पर एक साथ विभागीय अमले ने जांच शुरू की है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि डीलर्स ने दुकानों की बजाय घरों के पते पर रजिस्ट्रेशन कराया है और करोड़ों का कारोबार कर रहे हैं। इतना ही नहीं वे लगातार फर्जी बिल भी जारी कर रहे थे। दरअसल, जीएसटी लागू होने और उसके बाद विभागीय जांच का काम धीमा होने से राज्य में कई बोगस फर्मों का उदय हो गया। इनमें से कई फर्स कारोबार नहीं कर रही थी और ना ही रिटर्न फाइल कर रही थी। लेकिन इनवायस जारी कर रही थीं। विभाग ने जब इनका डाटा खंगाला और मैदानी अमले से गुप्त जांच करवाई तो पता चला कि ये फर्म दुकानों से नहीं, बल्कि घरों से संचालित हो रही हैं। बाकायदा बिल भी जारी हो रहे थे। ऐसी बोगस कंपनियों से दूसरे राज्य से मिलने वाला कपनसेशन मध्यप्रदेश को नहीं मिल रहा था यानी रेवेन्यू का सीधी-सीधा नुकसान हो रहा था।
विभाग के कमिश्नर डीपी आहूजा के संज्ञान में आने के बाद ऐसी बोगस फर्मों की जांच शुरू की गई है। प्रारंभिक रूप से प्रदेश में करीब 1 हजार बोगस फर्म सामने आई है। सभी के घरों पर अलग-अलग टीमें जांच कर रही हैं। भोपाल में 19 फर्मों की जांच की जा रही है। भोपाल के एंटी इवेजन ब्यूरो के कार्यक्षेत्र के अंतर्गत भोपाल, रायसेन, बैतूल, हरदा, होशंगाबाद, विदिशा, सीहोर जिले के अंतर्गत आने वाले शहरों में विभाग की टीम मध्यप्रदेश माल एवं सेवा कर की धारा 67-1 के तहत जांच में जुटी हुई है। जांच में विभाग के इंस्पेटर एवं कराधान सहायक लगे हैं।

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