कोरोना सक्रिय केस मामले में भोपाल अव्वल
भोपाल ( विशेष प्रतिनिधि )। रोजाना संक्रमण मामले में चाहे भोपाल इंदौर से पीछे हो लेकिन सक्रिय प्रकरण मामले में वह आज भी अव्वल बना हुआ है। आज प्राप्त सरकारी आंकड़ों के अनुसार भोपाल में 1542 सक्रिय केस है जबकि इंदौर में काफी कम 849 केस ही शेष बचे हैं। पिछले दिनों इंदौर में रिकवरी तेजी से हुई उस अनुपात में भोपाल काफी पीछे रह गया। आज इंदौर में 117 और भोपाल में 97 नए मामले सामने आए हैं। इंदौर में 317 और भोपाल में 266 के मामले ठीक भी हुए हैं। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रभाव तेजी से घटता जा रहा है। आज पॉजिटिविटी रेट आधे प्रतिशत से भी कम रही है प्रदेश में 397 नए मामले आए हैं जबकि 1240 ठीक भी हुए हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार आज 79261 सैंपल लिए गए थे जिनमें 397 पॉजिटिव केस प्राप्त हुए। यह पॉजिटिविटी रेट .05 % है। 1240 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर पहुंचे हैं। मध्यप्रदेश में कुल सक्रिय केस 5445 ही बचे हैं। आज मृतकों की संख्या 35 रही जिसके बाद प्रदेश में मरने वालों का आंकड़ा 8510 तक पहुंच गया है। मध्यप्रदेश में कुल संक्रमित व्यक्ति 7,87,572 हुए हैं जबकि ठीक होने वालों का आंकड़ा 7,73,615 है।
मध्यप्रदेश में कोरोना का प्रभाव तेजी से कम हो रहा है। प्रदेश से मिले आंकड़ों के अनुसार तीन की संख्या में केवल इंदौर में 117 नए प्रकरण मिले हैं। दो की संख्या में भोपाल और जबलपुर क्रमशः 97 और 34 मिले हैं। 14 जिले ऐसे हैं जहां सिंगल संख्या में प्रकरण आए हैं। 2 जिलों में कोई भी प्रकरण नहीं मिला। अलीराजपुर ऐसा जिला है जहां सक्रिय मरीज केवल एक है। जबकि 6 जिलों में 2 मरीज, 5 जिलों में 3 मरीज, 7 जिलों में 4, मरीज 2 जिलों में 5 मरीज, 2 जिलों में 6 मरीज, 2 जिलों में 7 मरीज, 3 जिलों में 8 मरीज मिले हैं। इस प्रकार लगभग जिलों में संक्रमित मरीजों का मिलना कम हो गया है।
प्रदेश भर में सक्रिय मरीजों की संख्या 5447 है। जिसमें चार की संख्या में भोपाल है जहां 1542 मरीज सक्रिय है। 10 जिलों में सैंकड़े की संख्या में। 37 जिलों में दहाई तथा 6 जिलों में सिंगल संख्या में सक्रिय मरीज है। यहां तेजी से मरीजों के रिकवर होने का सिलसिला है। इस प्रकार प्रदेश के अधिकांश जिलों में अब कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या निरंतर घटती जा रही है। आम जनता में जागरूकता, जिला प्रशासन की सक्रियता और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित मंत्रिमंडल के सदस्यों की निगरानी के कारण संक्रमित सदस्यों की संख्या लगातार घट रही है।