कासगंज कांड : कलेक्टर से मिले मृतक सिपाही के परिजन, पिता बोले- शहीद बेटे का बदला चाहिए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कासगंज में शराब माफियाओं के हमले में मारे गए सिपाही देवेन्द्र का परिवार पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। परिवार ने जिलाधिकारी से मुलाकात की। इस दौरान देवेन्द्र के पिता ने कहा, मेरा एक ही बेटा था। 2015 में पुलिस में भर्ती हुआ था और 2017 में उसकी शादी हुई थी। बेटा शहीद हुआ है। इसका बदला लेना चाहिए। देवेन्द्र के मारे जाने की खबर पहुंचने के बाद आगरा के डौकी थाना क्षेत्र के नगला बिंदू गांव में मातम पसरा है। देवेन्द्र और इस गांव के तीन अन्य युवक 2015 में एक साथ यूपी पुलिस के लिए चुने गए थे। देवेन्द्र के पिता महावीर सिंह किसान हैं। देवेन्द्र उनके इकलौते बेटे और परिवार की उम्मीद थे। शराब माफियाओं ने उनका कत्ल कर परिवार से यह उम्मीद छीन ली। देवेन्द्र की छोटी बहन प्रीति की शादी मई में तय है। देवेन्द्र की शहादत की खबर मिलते ही गांव में मातम पसर गया था। हर शख्स देवेन्द्र को याद कर रहा है। देवेन्द्र अपने गांववालों से काफी घुलेमिले थे। वह जब भी गांव आते तो गांव के नौजवानों से मिलते-जुलते उन्हें पुलिस में भर्ती होने के टिप्स देते। देवेन्द्र की शहादत की खबर कासगंज में तैनात उनके एक दोस्त सिपाही ने परिवार को फोन पर दी। इसके बाद कुछ रिश्तेदारों और गांव के कुछ लोगों के साथ पिता महावीर सिंह कासगंज के लिए रवाना हो गए।