कच्चा निकला सिलावट की हंडिया का चावल
भोपाल ( विशेष प्रतिनिधि ) । राजनीति वह कारोबार है जहां जिम्मेदारी पाने वाला व्यक्ति अपने आप को महात्मा गांधी या अटल बिहारी वाजपेई के समान लोकप्रिय समझने लग जाता है। ऐसी ही बीमारी मध्यप्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट को भी है। जब ये कमलनाथ सरकार में मंत्री थे तब एक अस्पताल में मरीज से पूछ बैठे थे, जानते हो प्रदेश का स्वास्थ्य मंत्री कौन है? उसे पहचानते हो? मरीज ने पहचानने से इंकार कर दिया था। अब एक बार फिर यही प्रयोग फेल हो गया। तुलसी सिलावट की हंडिया का चावल फिर से कच्चा निकला जो उन्हें जनता से जुड़ने के लिए संदेश दे रहा है।
मध्यप्रदेश में तेजी से वैक्सीनेशन का कार्यक्रम चल रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सभी मंत्रियों को अधिक से अधिक वैक्सीनेशन हो इसके लिए निर्देशित किया हुआ है। आम जनता को इसके लिए प्रेरित करने और वैक्सीनेशन केंद्रों पर जाकर व्यवस्था को समझने का काम भी मंत्री कर रहे हैं। इसी क्रम में एक ऐसा वाकया हो गया जो सिंधिया खेमे के बड़े मंत्री तुलसीराम सिलावट की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है। वे एक वैक्सीनेशन सेंटर पर गए। व्यवस्थाओं को देखा और लोगों का हालचाल जाना। जैसा कि उनके मन में यह बैठा हुआ है कि वे अत्यधिक लोकप्रिय है और जनता का हर व्यक्ति उन्हें पहचानता है। इसी भ्रम में वह एक महिला से पूछ बैठे जानते हो मैं कौन हूं? महिला ने कहा आप कमलनाथ है। हंडिया का चावल देखा तो वह अभी कच्चा ही निकला।
सबसे खास बात यह रही कि इस घटनाक्रम को कैद करने वाले सिलावट के समर्थकों ने ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया। फिर क्या था? कांग्रेस ने सिलावट को सीख दे डाली कि लोग आज भी उन्हें कमलनाथ के मंत्री के रूप में जानते हैं उन्हें यह समझना चाहिए। हालांकि मंत्री ने तत्काल कहा अरे आप मुझे ज्योतिरादित्य सिंधिया या शिवराज सिंह चौहान ही कह देते? जो होना था वह हो गया और तुलसीराम सिलावट एक बार फिर अपने प्रयोग में असफल हो गए।