एक महीने और परेशानी, बारिश में आसान हो जाएगा आवागमन
कोलार सिक्सलेन: नई डेड लाइन...जून तक हो जाएगा प्रोजेक्ट, अभी साढ़े 13 किमी ही बन पाई सिक्सलेन, विनीतकुंज में वन वे से बढ़ी परेशानी

शिखर वाणी, भोपाल। कोलार की बहुप्रतीक्षित कोलार सिक्सलेन के काम में लगातार देरी हो रही है। कहीं सड़क सीमा पर आ रहे निर्माण बाधक हैं तो कहीं एक ही तरफ का बन पाया है। जिससे ट्रैफिक जाम और धूल की समस्या से लोग परेशान हो रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी दानिशकुंज से बैरागढ़ चीचली तक है। यहां एक तरफ का मार्ग बनाया गया है बाकी दूसरे हिस्से पर खुदाई कर छोड़ दिया गया है। ऐसे में दूसरी तरफ लगी कॉलोनियों के लोगों को निकलने में परेशानी हो रही है। उन्हें वैकल्कपि दूसरे एप्रोच रोड से होकर चक्कर लगाना पड़ रहा है। इधर पीडब्ल्यूडी ने एक बार फिर डेड लाइन बढ़ाई है। अब जून आखिर तक काम पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। यानी लोगों को बारिश के दौरान आवागमन में राहत मिलने के आसान हैं। बता दें पहले अक्टूबर 2022 में इसका भूमिपूजन हुआ था, साल भर में काम पूरा होना था लेकिन लगातार डेड लाइन बढ़ती गई। अब जून 2024 तक नई डेड लाइन तय की गई है। समय बढ़ने के साथ इसकी लागत भी 222 करोड़ से बढ़कर 300 करोड़ से अधिक हो गई है।
नए काम भी होंगे, इसलिए बढ़ी लागत
बता दें कि कोलार ितराहे से गोलगांव तक िसक्सेलन बन रही है, जिससे पुल पुलिया के काम किए गए, अब नाली और सेंट्रल वर्ज में सौंदर्यीकरण का काम होना है। जिससे 80 करोड़ से अिधक की लागत बढ़ाई गई है।
पीक आवर्स में रहता है ट्रैफिक का दबाव
वर्तमान में रोड पर ट्रैफिक का खासा दबाव रहता है। खासकर सुबह 10 से 12 बजे और शाम 5 से 8 बजे के बीच। इस कारण जाम के हालात भी बनते हैं। इसलिए करीब आठ महीने पहले पीडब्ल्यूडी ने रोड को सिक्स लेन में बदलने का प्रोजेक्ट तैयार किया था। ज्यादातर हिस्सों में अतिक्रमण हटाया जा चुका है। वहीं, बिजली के पोल भी शिफ्ट किए गए हैं।
पांच लाख आबादी को मिलेगा फायदा
सिक्सलेन से कोलार के रहवासियों के अलावा ओबैदुल्लागंज, मंडीदीप, सलकनपुर, हरदा, टिमरनी व अन्य जगहों से आने-जाने वाले 5 लाख लोगों को हर रोज फायदा मिलेगा। उन्हें जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी। निर्माण के दौरान रूट डायवर्ट भी किया जाएगा। ऐसे में शाहपुरा होते ही कलियासोत ब्रिज बेहतर विकल्प रहेगा।