अन्तिम चरण में प्रदेश की 8 सीटों पर मतदान सरकार को पसीना आ रहा स्थिति सुधारने में
भोपाल। कल लोकसभा के चुनाव का अन्तिम चरण का मतदान होना है। प्रदेश की आठ सीटों पर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होने जा रहा है। भाजपा के पास सात सीटें हैं जबकि कांग्रेस के पास एक सीट है। अब स्थिति यह है कि भाजपा को चार सीटों पर साफ जीत दिखाई दे रही है जबकि चार सीटों पर संघर्ष दिखाई दे रहा है। संघर्ष में खंडवा को भी माना जा रहा है क्योंकि वहां से चुनाव लडऩे की गुर जानने वाले अरूण यादव मैदान में हैं। खरगौन कांग्रेस जयश के कारण छीन सकती है तो झाबुआ में कान्तिलाल को पसीना आ रहा है। इस चुनाव में प्रदेश की कमलनाथ सरकार को अपनी स्थिति सुधारने के लिए पसीना आ रहा है।
कल मतदान होगा और मतदाता ने जो आदेश दिया है उसकी जानकारी 23 को सामने आ जायेगी। इसके बाद भी यह अनुमान लगाया जा रहा है। जिन आठ लोकसभा सीटों पर मतदान होगा उसमें इंदौर, उज्जैन देवास और मंदसौर खुले रूप में भाजपा के साथ जा रही हैं। बाकी की चार सीटों में कांटे का मुकाबला दिखाई दे रहा है। मुकाबले की सीट में खंडवा को भी रखा गया है क्योंकि वहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चुनाव मैदान में हैं और उन्हें चुनाव लडऩे का अनुभव है। इसके बाद यह सीट भाजपा के नंदू भैया को ही मिलना है। इस बार खरगौन सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है। यहां कांग्रेस को जयश का साथ मिल रहा है। प्रत्याशी ही जयश का है। मोदी का कितना प्रभाव इस सीट पर पड़ता है परिणाम उस पर निर्भर करेंगे। धार में भी कांटे की लड़ाई है। छतर सिंह दरबार भारी प्रत्याशी हैं लेकिन मानस कांग्रेस के पक्ष में दिखाई दे रहा है। झाबुआ में कांटे का मुकाबला है और कान्तिलाल को पसीना आ गया। बेटे को भी हार से नहीं बचा पाये और अब खुद खतरा मोल ले रहे हैं।
प्रदेश के समीकरणों पर मतदान के बाद जानकारी आयेगी लेकिन यह कहा जा रहा है कि कमलनाथ के सामने चुनौती है कि पिछली बार की तीन सीटों से वे कितनी बढ़ाकर देते हैं। भाजपा अभी आगे दिखाई दे रही है।